subhashita:nabhisheko_n
नाभिषेको न संस्कार:
Subhashita
नाभिषेको न संस्कार: सिंहस्य क्रियते वने।
विक्रमार्जितसत्वस्य स्वयमेव मृगेंद्रता ॥
Hindi meaning
जंगल में पशु, शेर का संस्कार करके या उसपर पवित्र जल का छिड़काव करके उसे राजा घोषित नहीं करते बल्कि शेर अपनी क्षमताओं और योग्यता के बल पर खुद ही राजत्व स्वीकार करता है।
Source
सुभाषितम् -Page 41